हाँ मैं अपनी favourite हूँ

आज fm पर करीना को उसका पसंदीदा डायलाग दोहराते सुना "मैं अपनी favourite हूँ"

याद आयी वो दुबली-पतली लड़की जिसे कभी कहा गया था उसका चेहरा उतना खास नहीं जितने सुन्दर उसके हाथ और पैर ... वो कुछ शब्द जाने कब-कैसे गहरे उतरते गए और सिमटती गयी वो अपने ही खोल में । सालों बाद फिर वही बात सुनी पर इस बार वो असर न छोड़ पायी क्योंकि अब तक सारी कुंठाओं को पीछे छोड़ वो खुद से प्यार करना सीख चुकी थी। ये प्यार यूँ ही नहीं हुआ, न किसी जादू की छड़ी ने उसे रातों-रात एक ख़ूबसूरत राजकुमारी में बदल दिया, न कोई सौंदर्य प्रतियोगिता में उसके सर पर ताज रखा गया... ये प्यार तो सिर्फ प्यार की ही देन है । कितना फर्क़ है न प्यार करने और प्यार में होने में .. एक गाना याद आ रहा सुबह से ...सुनाओगे न कभी ?

हाँ क्यों नहीं, बताओ कौन सा ?

तुम जो आये ज़िन्दगी में
बात बन गयी

💕किरण
#सुन_रहे_हो_न_तुम

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