दोहे ३


बीती बात बिसार के, आगे बढ़ना सीख |

चूक गया जो ये समय, फिर मांगेगा भीख ||


पढ़-लिखकर गुणवान बन, है शिक्षा अनमोल |

रह जाएगा ठूंठ ही, जो बिकता बिन मोल ||
-विनिता सुराना

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