तुमसे मिलकर रोना भी अच्छा लगता है



"ये तुम बात करते-करते रोने क्यों लगती हो ? जब साथ होती हो तो कुछ कर सकता हूँ उंगलियों से पोछ भी सकता हूँ और लबों से पी भी सकता हूँ पर ये जब दूर फ़ोन पर रोती हो तो क्या करूँ यार ?"

और बरबस रोते-रोते मुस्कुराने लगती है वो लड़की उन खूबसूरत लम्हों को याद करके जब वो आखिरी बार रोयी थी उसकी बाहों में ..

कुछ लोगों का साथ खुशी और आंसू दोनों लेकर आता है पर मजे की बात ये कि उन्हें लगता है आंसू नहीं आने चाहिए जब वो साथ हैं ...
अब कोई उन्हें ये कैसे समझाए कि उस खुशी के क्या मायने जिसके साथ आंसू गलबहियाँ न करें ! 

"तुम्हारा साथ और ये खारी बरसात सुकूँ देते हैं, खुशी का प्याला छलकता है तो इन आंसुओं का अल्कोहल कंटेंट तुम्हारी बियर से कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है 😋"

#सुन_रहे_हो_न_तुम

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